-
- शिथिलता एवं खामियां को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं कर्मियों पर गिरी गाज
- सीएमओ एवं प्रोक्यूरमेंट के नोडल अधिकारी से किया जबाब तलब
- एमओआईसी को चार्जशीट देने सहित एक एएनएम, दो आशा एवं एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ती की सेवा समाप्ति का दिया निर्देश
- आगे भी इस तरह के निरीक्षण रहेगा जारी, शिथिलता पाए जाने पर होगी कठोरतम कार्यवाही-डीएम
देवरिया 30 सितम्बर। जनपद में आज आयोजित नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में शिथिलता पाए जाने पर जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने बड़ी कार्यवाही करते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी एवं प्रोक्यूरमेंट के नोडल अधिकारी डा0 संजय चन्द्र से जहां स्पष्टीकरण तलब किया है, वहीं इन्चार्ज एमओआईसी को चार्जशीट देने व एक एएनएम, दो आशा एवं एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ती की सेवा समाप्ति के नोटिस देने का निर्देश दिया है।
जिलाधिकारी श्री निरंजन आज आयोजित स्वास्थ्य पोषण दिवस के तहत नियमित टीकाकरण कार्य का बैतालपुर विकास खंड के छेरियाँ ग्रामपंचायत का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान टीकाकरण एवं स्वास्थ्य परीक्षण कार्यक्रमों में शिथिलता व कमियां पाए जाने पर उन्होने इस केन्द्र पर तैनात स्वास्थ्य केन्द्रों के कर्मियों पर गाज गिरायी। निरीक्षण में जहां कर्मियों की शिथिलता उजागर हुई, वहीं टीकाकरण केंद्र पर उन्हे कई बुनियादी आवश्यकता वाली दवायें एवं चिकित्सा संबंधित उपकरण अनुपलब्ध मिले, जिस पर उन्होने गहरी नाराजगी जतायी।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने एएनएम आशा और आंगनबाड़ी कार्यकत्री के टीकाकरण से संबंधित अभिलेखों की जांच की अभिलेखों में उन्होंने पाया कि एएनएम और आशा द्वारा टीकाकरण के लिए बच्चों की अद्यतन ड्यूलिस्ट नहीं बनाई गई है। बच्चों को बुलावा पर्ची भी नहीं भेजा गया। केंद्र पर बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं का वजन मापने का उपकरण और हाइट स्केल सहित कई अन्य आवश्यक उपकरण भी मौके पर नहीं मिले।
टीकाकरण केंद्र की आधी-अधूरी तैयारी और लापरवाही की जवाबदेही तय करते हुए जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा नोडल अधिकारी, प्रोक्यूरमेंट से स्पष्टीकरण मांगा है और टीकाकरण केंद्र के इंचार्ज एमओआईसी को आरोप पत्र जारी करने का निर्देश दिया है। एएनएम लक्ष्मी यादव, आशा कार्यकत्री निर्मला देवी और रीता देवी, आंगनबाड़ी कार्यकत्री साधना श्रीवास्तव को नोटिस दिया, जिसका जवाब उन्हें 7 दिनों के भीतर देना होगा और जवाब सन्तोषजनक न होने की दशा में इनकी सेवा समाप्त करने की कार्यवाही शुरू करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि भविष्य में भी इसी तरह की औचक निरीक्षण जारी रहेंगे और काम में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरुद्ध इससे भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। औचक निरीक्षण के दौरान एसीएमओ डॉ सुरेंद्र सिंह, विश्व स्वास्थ्य संगठन के डॉ अंकुर सांगवान, डॉक्टर गुलजार त्यागी सहित कई अधिकारी मौजूद थे।
बॉक्स वन
क्या है नियमित टीकाकरण कार्यक्रम
जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने बताया कि नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत 0 से 2 वर्ष तक के बच्चों को पोलियो, टीवी, काली खांसी, रूबेला, गलघोटू, टिटनेस, पीलिया, निमोनिया, रोटावायरस, पीसीवी, आईपीवी आदि के टीके लगाए जाते हैं । कोविड-19 की वजह से बहुत से बच्चों का नियमित टीकाकरण अवरुद्ध हो गया था। बच्चों को स्वस्थ एवं सुरक्षित रखने के लिए ये सभी टीके नितांत आवश्यक है। जिला प्रशासन आगे भी इस तरह के विशेष सत्र आयोजित करके नियमित टीकाकरण कार्यक्रम को क्रियान्वित करेगा, जिससे जनपद के सभी बच्चे वैक्सीन की सुरक्षा कवच में सुरक्षित रह सके।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें