देवरिया! तरकुलवा विकास खंड में मनरेगा के तहत एक ही चक मार्ग पर मिट्टी भराई के नाम पर दो ग्राम पंचायतों ने अलग-अलग भुगतान ले लिया। मामले में शिकायत मिलते ही डीएम दिव्या मित्तल ने तुरंत जांच बैठाई। जांच में गड़बड़ी की पुष्टि होने पर डीएम ने दोनों पंचायत सचिवों, ग्राम रोजगार सेवकों, तकनीकी सहायकों और ग्राम प्रधानों से कुल 29,77,344 रुपये की वसूली के निर्देश दिए हैं। साथ ही एसओपी के तहत कार्रवाई की भी बात कही है.
तरकुलवा ब्लॉक के ग्राम नरहरपट्टी-सरैनी निवासी सिंधु देवी, व्यास मुनि पांडेय और अखिलेश कुमार ने डीएम को पत्र भेजकर शिकायत की थी कि ग्राम पंचायत नरहरपट्टी और नारायणपुर ने एक ही चक मार्ग—जो कि हंसराज गोंड के खेत से सेमरी रजवाहा नहर तक जाता है—पर मिट्टी भराई के नाम पर मनरेगा फंड से वित्तीय वर्ष 2023-24 में अलग-अलग भुगतान कराया है।
वर्क आईडी भी अलग-अलग
शिकायतकर्ताओं ने बताया कि दोनों पंचायतों की वर्क आईडी अलग-अलग बनाई गई, जबकि काम एक ही जगह का दिखाया गया।
- नारायणपुर ने ₹2,41,991.22
- नरहरपट्टी ने ₹2,41,500का भुगतान कराया।
डीएम ने गठित की जांच टीम
डीएम मित्तल ने मामले की गंभीरता को देखते हुए खंड विकास अधिकारी की अगुवाई में अवर अभियंता सुधीर सिंह, एडीओ (एजी) मदन यादव और अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी राहुल कुमार की संयुक्त टीम बनाकर जांच कराई।
पुष्टि होते ही बड़ी कार्रवाई
जांच में पाया गया कि वाकई एक ही चक मार्ग पर दो पंचायतों ने कुछ ही दिनों के अंतराल में दो बार भुगतान कराया है। इसके बाद डीएम ने जिम्मेदारों से ₹29.77 लाख की वसूली के आदेश दिए हैं।
ग्राम प्रधानों पर भी गिरेगी गाज
डीएम ने स्पष्ट किया है कि आरोपी ग्राम प्रधानों पर एसओपी के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जाएगी। सहायकों और ग्राम प्रधानों से कुल 29,77,344 रुपये की वसूली के निर्देश दिए हैं। साथ ही एसओपी के तहत कार्रवाई की भी बात कही है।
तरकुलवा ब्लॉक के ग्राम नरहरपट्टी-सरैनी निवासी सिंधु देवी, व्यास मुनि पांडेय और अखिलेश कुमार ने डीएम को पत्र भेजकर शिकायत की थी कि ग्राम पंचायत नरहरपट्टी और नारायणपुर ने एक ही चक मार्ग—जो कि हंसराज गोंड के खेत से सेमरी रजवाहा नहर तक जाता है—पर मिट्टी भराई के नाम पर मनरेगा फंड से वित्तीय वर्ष 2023-24 में अलग-अलग भुगतान कराया है।
वर्क आईडी भी अलग-अलग
शिकायतकर्ताओं ने बताया कि दोनों पंचायतों की वर्क आईडी अलग-अलग बनाई गई, जबकि काम एक ही जगह का दिखाया गया।
- नारायणपुर ने ₹2,41,991.22
- नरहरपट्टी ने ₹2,41,500का भुगतान कराया।
डीएम ने गठित की जांच टीम
डीएम मित्तल ने मामले की गंभीरता को देखते हुए खंड विकास अधिकारी की अगुवाई में अवर अभियंता सुधीर सिंह, एडीओ (एजी) मदन यादव और अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी राहुल कुमार की संयुक्त टीम बनाकर जांच कराई।
पुष्टि होते ही बड़ी कार्रवाई
जांच में पाया गया कि वाकई एक ही चक मार्ग पर दो पंचायतों ने कुछ ही दिनों के अंतराल में दो बार भुगतान कराया है। इसके बाद डीएम ने जिम्मेदारों से ₹29.77 लाख की वसूली के आदेश दिए हैं।
ग्राम प्रधानों पर भी गिरेगी गाज
डीएम ने स्पष्ट किया है कि आरोपी ग्राम प्रधानों पर एसओपी के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जाएगी।
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