*गो संरक्षण हेतु जिलास्तरीय अनुश्रवण एवं मूल्यांकन समिति की बैठक आयोजित
देवरिया । जिलाधिकारी अखण्ड प्रताप सिंह की अध्यक्षता में विकास भवन के गांधी सभागार में पशुपालन विभाग की मासिक समीक्षा बैठक तथा गो संरक्षण हेतु जिलास्तरीय अनुश्रवण एवं मूल्यांकन समिति की बैठक आहूत की गयीं।
जिलाधिकारी ने एस०एफ०एस०सी० से पूलिगं का लक्ष्य एक माह के भीतर पूर्ण करने हेतु तथा जनपद में संचालित वृहद गो संरक्षण केन्द्रों में गोमूत्र संग्रहण हेतु टैंक बनाने हेतु कान्हा गोशाला गौरीबाजार तथा विकास खण्ड देसही देवरिया तथा भाटपाररानी में बृहद गो संरक्षण केन्द्र के जमीन चिन्हांकन करने हेतु निर्देशित किया।
पशुपालन विभाग की मासिक समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी ने टीकाकरण एवं कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम / सेक्सड सीमेन ए०आई० का लक्ष्य/प्रगति, किसान क्रेडिट कार्ड (पशुपालन घटक) की प्रगति, पशुधन बीमा योजना की प्रगति, नेशनल लाईव स्टाक मिशन, तथा मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना की समीक्षा की।
बैठक में जिलाधिकारी द्वारा कैटल कैचर संचालन, गो आश्रय स्थलों में संरक्षित गोवंश के भरण-पोषण की धनराशि के मांग-पत्र, सत्यापन रिर्पोट के साथ प्रत्येक माह की 27 तारीख तक निर्धारित प्रारूप पर/आन-लाईन प्रेषण, मा० मुख्यमंत्री सहभागिता योजनान्तर्गत दिये गये गोवंश की निर्धारित प्रारूप पर सत्यापन रिर्पोट ग्राम पंचायत अधिकारी / लेखपाल द्वारा प्रत्येक माह की 25 से 30 तारीख तक मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में प्रेषित करने की स्थिति, खण्ड विकास अधिकारी, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका/नगर पंचायत एवं उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी / पशु चिकित्सा अधिकारियों द्वारा गो आश्रय पोर्टल पर निरीक्षण आख्या अपलोड करने, प्रत्येक गो आश्रय स्थल के साथ चारागाह के खेत का निर्माण एवं फेसिंग करने एवं उनमें बहुवर्षीय चारा फसलों की बुवाई कराने, गो तस्करी की निगरानी हेतु बीट कान्सटेबल थाने की मोबाईल यूनिट गश्त के दौरान क्षेत्रान्तर्गत गो आश्रय स्थलों का नियमित भ्रमण करने, जनपद में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में पशुपालकों के द्वारा गोंवश/बछड़ों को खुले में न छोड़ा जाय, बल्कि समीप के खण्ड विकास अधिकारी अथवा पशु चिकित्सा अधिकारी से सम्पर्क कर नजदीकी गो आश्रय केन्द्र में संरक्षित कराये जाने तथा कैटल कैचर क्रय एवं संचालन करने हेतु रुद्रपुर एवं बरहज के खण्ड विकास अधिकारी को एक माह के अन्दर क्रय करने की समीक्षा की गयी तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, अपर मुख्य अधिकारी-जिला पंचायत, समस्त खण्ड विकास अधिकारी, समस्त अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका / नगर पंचायत, समस्त उपमुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी तथा समस्त पशु चिकित्सा अधिकारी उपस्थित थे।
Nice 👍
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