अंबेडकर नगर में छात्रा काम दुपट्टा खींचे जाने के मामले में SP के तर्क से सीएम योगी असंतुष्ट दिखे. उन्होंने सख्त लहजे में कहा- अगर शासन से निर्देश न दिए गए होते तो... क्या तुम अपराधियों की आरती उतार रहे थे. वहीं, सीएम ने हाथरस में गोकशी को लेकर वहां के SP की भी जमकर कर फटकार लगाई।
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की दूसरे कार्यकाल की सरकार के डेढ़ साल में पहली बार कानून व्यवस्था की समीक्षा के लिए सबसे बड़ी बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की गई.लगभग 3:15 घंटे चली इस बैठक में महिला संबंधी अपराध, अपराध नियंत्रण और अपराधियों पर कार्रवाई का मुद्दा सबसे अहम रहा. इस दौरान महिला संबंधी अपराध में कार्रवाई करने में फिसड्डी रहे जिलों के कप्तान को जमकर फटकार लगाई गई.
यह पहली बार था जब मुख्यमंत्री की इस समीक्षा में सभी आईजी, एडीजी, जिला कप्तान के साथ-साथ थानेदारों से मुखातिब हो रहे थे, यानी कप्तान साहब को पड़ रही डांट उनके थानेदार भी सुन रहे थे. इस पूरी बैठक में सबसे ज्यादा चर्चा अंबेडकर नगर में छात्रा का दुपट्टा खींचे जाने की घटना थी, जिस पर एसपी अंबेडकर नगर को मुख्यमंत्री ने जमकर फटकार लगाई.
अंबेडकर नगर के साथ-साथ हाल की आपराधिक घटनाओं पर भी मुख्यमंत्री ने कड़े तेवर दिखाये और एक दर्जन से अधिक जिलों के कप्तान और दो पुलिस कमिश्नर को भी डांट लगाई गई. अंबेडकर नगर के साथ-साथ हाथरस, चंदौली, ललितपुर, कासगंज, बलरामपुर, महोबा, महाराजगंज, अयोध्या, चित्रकूट, झांसी और सुल्तानपुर के पुलिस कप्तानों से हाल में हुई घटनाओं में लापरवाही और देरी पर असंतुष्ट दिखे.
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