सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ जज जस्टिस विक्रम नाथ, जो 2027 में भारत के मुख्य न्यायाधीश बनने की कतार में हैं, कहा कि "आवारा कुत्ते" मामले ने उन्हें देश ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया की सिविल सोसाइटी में पहचान दिलाई है. तिरुवनंतपुरम में आयोजित एक सम्मेलन में उन्होंने मज़ाकिया अंदाज़ में कहा कि पहले उन्हें छोटे-मोटे कामों के लिए जाना जाता था, लेकिन इस मामले की वजह से लोग देश-विदेश में उन्हें पहचानने लगे और कुत्तों के प्रेमियों के साथ-साथ कुत्तों से भी शुभकामनाएं मिलने लगीं. जस्टिस नाथ की अगुवाई वाली पीठ ने आदेश दिया था कि टीकाकरण और नसबंदी के बाद आवारा कुत्तों को वापस उसी जगह छोड़ा जाएगा, जहां से उन्हें उठाया गया था.
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