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महादेवा मंदिर में की पूजा
बाराबंकी।
सरयू नदी की बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण करने आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बाराबंकी पहुंचे। सीएम ने बाढ़ पीड़ितों को संबोधित करते हुए कहा," नदी के उस पर बाढ़ वाले इलाकों में बसे लोग इस पार बसना चाहें तो सरकार उनके लिए नई कॉलोनी बसा देगी। इसके अलावा उन्हें प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत आवास उपलब्ध करा देगी। इसके लिए मैंने अफसरों को सर्वेक्षण करने के निर्देश दिये हैं।"
दोपहर 2:30 बजे सीएम बाराबंकी की रामनगर तहसील क्षेत्र के हेतमापुर गांव समेत पर्वतपुर, सरसंडा, जमका और खुज्जी व दूसरे बाढ़ प्रभावित गांवों का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद उनका हेलीकॉप्टर महादेवा मंदिर के पास बने हेलीपैड पर लैंड हुआ। यहां से सीएम लोधेश्वर महादेवा ऑडिटोरियम में पहुंचे और राहत सामग्री बांटी। यहां करीब 20 मिनट तक लोगों को संबोधित किया और यहां से उनका काफिला सीधे महादेवा मंदिर पहुंचा। यहां सीएम ने भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना कर आरती की।
बोले- महादेवा का आशीर्वाद लेने और निरीक्षण करने आया हूं
ऑडिटोरियम में सीएम ने कहा ," पूरे सावन में मैं भगवान महादेवा के दर्शन करने नहीं आ सका था। इसलिए आज अचानक आकर भगवान का आशीर्वाद लिया और बाढ़ पीड़ितों को राहत पहुंचान के काम का निरीक्षण किया है। सरकार अब बाढ़ पीड़ितों के लिए स्थाई समाधान करेगी। इसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन को भी निर्देशित किया है। डबल इंजन की सरकार आपदा के समय आपके साथ खड़ी है। पीड़ितों की हरसंभव मदद की कोशिश की जा रही है। हर पीड़ित को राहत सामग्री में 10 किलो चावल, आटा, आलू, दाल आदि दे रहे हैं। एंटी स्नेक वैक्सीन भी हर सीएचसी पर उपलब्ध करा दी गई है।पशुओं के चारे का इंतजाम भी किया गया है। जिला प्रशासन से आपदा राहत के मुआवजे की धनराशि देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मकान गिरने पर नया मकान पीएम और सीएम आवास योजना के जरिये दिया जाएगा।"
सीएम योगी ने कहा ," जिले के आलाधिकारियों को निर्देश दे दिये गये हैं कि तत्काल बाढ़ वाले इलाकों में लोगों की फसल को हुए नुकसान का सर्वे कराएं और रिपोर्ट शासन को भेजें। जिससे किसानों को मुआवजा दिया जा सके। हर साल यहां सरयू नदी की बाढ़ से लोग परेशान होते हैं। इसके लिए सिंचाई विभाग को स्थायी समाधान के लिए निर्देश दिए हैं। बाराबंकी के बाढ़ प्रभावित इलाकों में क्षतिग्रस्त पुल, सड़क और दूसरी जरूरी जीचों को तुरंत सही कराने के निर्देश दिए गए हैं।" बाराबंकी में राहत सामग्री वितरण के बाद सीएम गोंडा के लिए रवाना हो गए।"
सैकड़ों गांव सरयू नदी में समाए
हर साल की तरह इस बार भी बाराबंकी जिले की तहसील रामनगर, सिरौलीगौसपुर और रामसनेहीघाट के क्षेत्र हजारों गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। सरयू नदी की कटान से भी सैकड़ों गांव प्रभावित हैं। बाढ़ से सबसे ज्यादा तहसील रामनगर क्षेत्र के गांव प्रभावित हैं। यहां दर्जनों घर, प्राइमरी विद्यालय, पंचायत भवन कटान के चलते नदी में समा चुके हैं। लोग राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं। लोग गांव छोड़कर किसी तरह नदी के तटबंध पर अपना गुजर-बसर कर रहे हैं। सीएम ने आज इन गांवों को हवाई सर्वेक्षण किया है।
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