प्रसिद्ध कथावाचक अनिरुद्धाचार्य से मध्य प्रदेश के जबलपुर निवासी इंद्र कुमार तिवारी ने अपनी शादी ना होने की बात कही थी। साथ ही बताया था कि उसके पास 18 नॉकर ग्राउंड है। उसी जमीन को हथकड़ी लगाने की साजिश में गुरु की साहिबा बानो ने फर्जी पहचान बना कर शादी रचाई। साहिबा नई खुशी तिवारी, उनके प्रेमी कौशल कुमार और दोस्त समसुद्दीन इंद्र अपने साथ कसाया नृत्य के आदर्श होटल लेकर आए। होटल के कमरे में मांग कर सिन्दूर लगाकर शादी कर ली।
योजना के तहत साहिबा बानो और कौशल कुमार ने इंद्र कुमार से एक हलफनामा बनवाया कि इंद्र तिवारी की मौत के बाद साहिबा बानो राष्ट्रपति की उत्तराधिकारी होंगी। फिर नींद की गोली दे दी, जिससे वह बेहोश हो गई। इसके बाद गीतकार इंद्र कुमार गाड़ी से सुकरौली ले गए। त्रिनेत्र ने इंद्र कुमार तिवारी की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को जहाज़ में फेंक दिया गया और ज्वैलरी और पैसे लेकर बरात हो गए।
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