1. भागवत ने कहा, ''बाबासाहब को अपने जीवन में गंभीर आरोपों का सामना करना पड़ा।
2. बचपन से ही उनके साथ भेदभाव और अनबन का सामना करना पड़ा।
3. फिर भी, उन्होंने अपने पूरे जीवन में हिंदू समाज को एकजुट करने का प्रयास किया।
*सामाजिक एकता और प्रगति के प्रति उनकी सभी विचारधाराओं के लिए प्रेरणा है।*
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