नई दिल्ली। पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा कि इसके श्रोता ही इस कार्यक्रम के असली सूत्रधार हैं। आमतौर पर ये धारणा है कि जब तक चटपटी और नकारात्मक बातें ना हों तब तक उन्हें तवज्जो नहीं
पीएम ने कहा कि मन की बात मेरे लिए ऐसी है, जैसे मंदिर जाकर ईश्वर के दर्शन करना। पीएम ने कहा कि मन की बात को घर-घर तक पहुंचाने वाले लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं। आज का एपिसोड भावुक करने वाला है।
*मन की बात को पूरे हो रहे 10 साल: पीएम मोदी*
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