चंडीगढ़।
चंडीगढ़ मेयर चुनाव में बहुमत न होते हुए भी जिस प्रकार भाजपा
ने अपनी शक्ति का दुरूपयोग करते हुए अधिकारियों को दबाव में लेकर, चुनाव जीतने की धांधली की है, उसका संज्ञान तत्काल सिर्फ़ चुनाव आयोग ही न ले बल्कि संविधान के प्रहरी के रूप में माननीय सुप्रीम कोर्ट भी ले और तुंरत इन नतीजों को निरस्त कर अपनी देखरेख में चुनाव करवाकर न्यायसंगत नतीजे घोषित करे और इस लोकतान्त्रिक-अपराध के लिए दोषी लोगों पर दंडात्मक कार्रवाई करे।
भाजपा लोकतंत्र को निगल रही है। सत्ता का ऐसा वहशीपन देश और देश की जनता के लिए बहुत घातक साबित होगा - अखिलेश यादव
चंडीगढ़ मेयर चुनाव में बेईमानी के तगड़े आरोपों के साथ पूरा विपक्ष लामबंद है, सबूत के तौर पर पीठासीन अधिकारी का वीडियो चलाया जा रहा है और कहा जा रहा है कि उन्होंने जानबूझकर 8 मत अवैध घोषित किए।
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