जानिए, प्रेस कांफ्रेंस कर अधिवक्ता ने भाजपा सांसद कमलेश पासवान पर क्या लगाया है आरोप?
गोरखपुर के पीपीगंज के निवासी अधिवक्ता राजेंद्र पासवान का कहना है कि 15 सितंबर 2003 गुलरिहा के रामपुर बुजुर्ग के पास खुटहां में उन्होंने 15 डिसमिल जमीन राम सूरत से ख़रीदा था. वैनामशुदा जमीन का राजस्व अभिलेखों में उनका नाम भी दर्ज है. इस जमीन के बगल में भाजपा सांसद कमलेश पासवान ने अपनी पत्नी रितु के नाम से जमीन खरीदा है. वह इस जमीन पर व्यवसायिक माल का निर्माण करवाना चाहते है. माल बनवाने के लिए जमीन कम पड़ रही है. इसलिए उनकी जमीन 5 लाख रुपयें में लेना चाहते है.
गोरखपुर सिविल कोर्ट में अधिवक्ता राजेंद्र प्रसाद का कहना है कि उन्होंने 5 लाख रूपये में जमीन देने से जब मना किया तो सांसद ने कहा कि नहीं दोगें तो हम कब्ज़ा कर लेंगे. अधिक्वता ने कहा कि 18 जुलाई को उन्हें खबर मिली कि भाजपा सांसद के सहयोगी रामपुर बुजुर्ग गांव पहुंचे और उनकी जमीन पर बनी बाउंडरी को तोड़ दिया.
उधर भाजपा सांसद कमलेश पासवान का कहना है कि अधिवक्ता उनके रिश्तेदार हैं. उनकी शिकायत पर 2 दिन पहले राजस्व व पुलिस की टीम मौके पर जाकर जांच की. टीम ने पैमाइश कर सीमांकन कर दिया, लेकिन राजेंद्र प्रसाद मान नहीं रहे है. मुझे बदनाम करने के लिए मुझ पर झूठा आरोप लगा रहे है.
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