स्वास्थ्य विभाग के डाक्टरों ने किया अनशनकारी अधिवक्ता का स्वास्थ्य परीक्षण
देवरिया 15 मार्च। रुद्रपुर तहसील में अधिवक्ता व बार संघ के पूर्व अध्यक्ष/सुलह अधिकारी फणीन्द्र नाथ पाण्डेय सोमवार से ही रुद्रपुर तहसील में आमरण अनशन पर बैठे हैं। उनका आरोप है कि गांव में पुश्तैनी मकान के हिस्से व बंटवारे के लिए पट्टीदारों से विवाद चला आ रहा है। जिसे लेकर माननीय सिविल जज जूनियर डिविजन देवरिया के न्यायालय में वाद/मुकदमा विचाराधीन है। उसके बाद भी विपक्षी द्वारा जबर्दस्ती भूमि पर निर्माण कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन व पुलिस प्रशासन को कई बार दिया हूँ। लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। बार संघ के पूर्व अध्यक्ष फडीन्द्र नाथ पाण्डेय ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि सोमवार को जब काम करने से मना करना चाहा तो उनको मारने के लिए विपक्षी द्वारा दौड़ाया गया। किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई।
फणीन्द्र नाथ पाण्डेय ने कहा कि इस मामले में स्थानीय प्रशासन और पुलिस द्वारा जानबूझ कर कोई रूचि नहीं ली जा रही है। स्थानीय प्रशासन एवं पुलिस विभाग के रवैये से क्षुब्ध होकर अनशन पर बैठना पड़ रहा है। अनशन में बैठे एडवोकेट ने कहा कि, अनशन के दौरान अगर मुझे कुछ होता है तो उसकी जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन एवं पुलिस विभाग की होगी। उन्होंने कहा कि जब तक निर्माण कार्य रोका नहीं जाएगा उनका अनशन जारी रहेगा ।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके पर की अनशनकारी अधिवक्ता के स्वास्थ्य की जांच स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा आमरण अनशन के दूसरे दिन अनशनकारी अधिवक्ता के स्वास्थ्य की जाँच की गई। मंगलवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रूद्रपुर के चिकित्सक डॉ उमाशंकर जायसवाल व वार्डब्याय रतनलाल ने आमरण अनशन पर बैठे अधिवक्ता फणीन्द्र नाथ पाण्डेय का सुगर, बीपी आदि की जांच कर रिपोर्ट से स्थानीय प्रशासन को अवगत कराया। बताते चलें कि अनशन कर रहे अधिवक्ता सुगर व बीपी के मरीज भी हैं जो कि कभी भी गंभीर रूप धारण कर सकता है।
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