बुधवार, 29 सितंबर 2021
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गोलियों की तड़तड़ाहट से दहल उठे थे ग्रामीण , हकीकत पता चलने पर ली राहत की सांस
जौनपुर। लाइनबाजार थाना क्षेत्र के चकमहान व सीहीपुर गांव बुधवार की भोर में गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा , गोलियां की आवाज से आसपास के लोगो में दहशत व्याप्त हो गया । वाराणसी-लखनऊ राजमार्ग पर निर्माणाधीन ओवरब्रिज के पास से गोलियां चल रहीं थीं। मार्निंगवाक पर निकले लोग भी इस कदर सहम गए कि कोई पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था। दूर से लोगों को सड़क पर पुलिस वाहन खड़े दिखे। लगभग आधे घंटे बाद पता चला कि पुलिस व बदमाश के बीच मुठभेड़ हुई है। पुलिस की गोली से एक बदमाश घायल हुआ है। तब लोगों ने राहत की सांस ली।
कुछ देरबाद ही आ गई फारेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए। पुलिस के घायल बदमाश को लेकर अस्पताल जाने के बाद मुठभेड़ स्थल पर ग्रामीण पहुंचकर मोबाइल फोन से फोटो खींचने के साथ ही वीडियो रिकार्डिंग कर इंटरनेट मीडिया पर शेयर करने में जुट गए। सड़क पर खून देख राहगीर भी रुककर लोगों से घटना के बारे में जानकारी लेने लगे। ग्रामीणों ने बताया कि तीन वाहनों से पुलिसकर्मी पहले से खड़े थे। दो और वाहन बाद में आए। मार्ग निर्माणाधीन होने के कारण वहां लोगों का काफी कम आना-जाना था।
यूपी सिंह कालोनी में हुई चेन लूट की वारदात को अंजाम देने वाले अपराधी आदर्श को चिह्नित करने में सीसीटीवी कैमरे के फुटेज पुलिस के लिए बहुत मददगार साबित हुए। पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई थी। इसी के माध्यम से पुलिस ने आदर्श श्रीवास्तव उर्फ शानू को चिह्नित कर 24 घंटे के भीतर मुठभेड़ में घायल कर दबोच लिया। सीसीटीवी फुटेज में आदर्श आशा देवी के गले से चेन छीनकर भागता नजर आता है। उसने बाइक कालोनी के बाहर सड़क पर खड़ी कर रखी थी।
पुलिस मुठभेड़ में आदर्श को गोली लगने की जानकारी होते ही उसकी मां सरिता श्रीवास्तव बेहोश हो गईं। होश में आने पर दरवाजे पर ग्रामीणों की भीड़ देख दरवाजा बंद कर परिजनों सहित घर में चली गईं।
ग्रामीण बताते हैं कि नशा व बुरी सोहबत में पड़कर आदर्श अपराधी बन गया। रीवां से हत्या के प्रयास के मामले में जमानत पर छूटने के बाद गांव बांकी में आकर रहने लगा। पिता अनिल का आठ वर्ष पहले देहांत हो चुका है। बड़ा भाई अंकित वाराणसी में एक दवा कंपनी में एमआर है। घर पर मां व बहन रहती हैं। आदर्श ने गांव के ही कालेज से इंटर उत्तीर्ण करने के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी। गांव निवासी पुणे (महाराष्ट्र) रहने वाले अपने मित्र की बाइक लेकर घूमता था
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